आजम को सीतापुर भेजे जाने के मामले में आपत्ति पर सुनवाई आज

सांसद आजम खां को पत्नी और बेटे सहित सीतापुर की जेल में भेजने के मामले में आपत्ति पर कोर्ट में बुधवार को सुनवाई होगी। इस मामले में आजम खां के वकीलों ने कोर्ट में आपत्ति लगाई थी, जिस पर 29 फरवरी को सुनवाई भी हुई थी।


सांसद आजम खां ने 26 फरवरी को अपनी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया था। जेल प्रशासन ने तीनों को 27 फरवरी की सुबह सीतापुर की जेल भेज दिया था। जिस पर आजम खां के वकीलों ने कोर्ट में आपत्ति लगाई थी। 

उनके वकीलों का कहना है कि आजम खां को कोर्ट की अनुमति के बिना सीतापुर की जेल में भेजा जाना गलत है। ऐसा करना न्यायालय की अवमानना है। वहीं दूसरी ओर शासकीय अधिवक्ता अजय तिवारी का कहना है कि इसको लेकर 2018 में जारी शासनादेश में साफ-साफ कहा गया है कि किसी विचाराधीन बंदी को एक जेल से दूसरी जेल में भेजे जाने के लिए कोर्ट की अनुमति आवश्यक नहीं है।

इस आपत्ति पर 29 फरवरी को एडीजे-6 की कोट में बहस हो चुकी है। मंगलवार को इस मामले की सुनवाई थी। सहायक शासकीय अधिवक्ता राम औतार सैनी का कहना है कि आजम खां के वकीलों ने इस मामले में दो दिन का वक्त मांगा था। इसके बाद कोर्ट ने चार मार्च की तिथि निर्धारित की है। इस मामले में बुधवार को सुनवाई होगी। 

क्वालिटी बार के मामले में सुनवाई आज 
रामपुर। क्वालिटी बार को नियम विरुद्ध तरीके किराये पर लेने के आरोप में आजम खां की पत्नी डॉ. तजीन फात्मा और पुत्र अब्दुल्ला आजम के खिलाफ दर्ज मुकदमे में बुधवार को सुनवाई होगी। हाईवे किनारे स्थित बिल्डिंग पर कब्जा करने के आरोप में सिविल लाइंस कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसके अलावा जौहर यूनिवर्सिटी के गेट पर हुए बवाल के मामले में भी बुधवार को सुनवाई होगी। इस मामले में अब्दुल्ला आजम खां आरोपी हैं।